अस्सलामू अलैकुम नाज़रीन नूरानी खबरों में आपका खैरमख्दम है। नाज़रीन उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव नज़दीक है। 24 करोड़ की आबादी वाले यूपी में करीब 3.8 करोड़ जनसंख्या उस अवाम की है, जिनके वोट कई सीटों पर हार या जीत तय करने का माद्दा रखते हैं। इसलिए यूपी चुनाव में मुस्लिम वोटर्स को किंग मेकर्स का लकब दिया जा रहा है।
अब यूपी चुनाव से पहले दिल्ली का दिल दहाला देने वाला एनकाउंटर.. बाटला हाऊस एनकांउटर सुर्खियां बटोर रहा है। वहीं एनकाउंटर जिसमें राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने दिल्ली हाईकोर्ट के सामने अपनी रिपोर्ट पेश की थी और उस रिपोर्ट में दिल्ली पुलिस को क्लीन चिट दी गई। उसके बाद न तो दिल्ली हाईकोर्ट और न ही सुप्रीम कोर्ट ने उस मामले में किसी तरह की कोई सुनवाई की ।
कांग्रेस चाहती तो 2009 में फर्जी एनकांउटर का सच होता सामने
अब 13 साल बाद आला हजरत बरेली शरीफ के मौलाना तौकीर रजा खां ने एक ऐसा बयान दिया है जिसके बाद यूपी के मुस्लिम वोटर्स सोचने पर मजबूर हो गए है। जी हां नाज़रीन बाटला हाउस एनकाउंटर को लेकर एक चौकाने वाला बयान दिया। तौकीर रजा ने बाटला हाउस एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए कहा है कि मुठभेड़ में मासूम और बेगुनाह बच्चों आतंकी बताकर को मारा गया था वे आतंकी नहीं थे।
इसके अलावा तौकीर रजा खां ने इंस्पेक्टर महेश चंद्र शर्मा की हत्या के लिए पुलिसवालों को जिम्मेदार और हत्यारा बताया है। तौकरी ने यह भी खुलासा किया कि कांग्रेस पार्टी ने उनसे वादा किया था कि 2009 में सरकार बनते ही सबसे पहले इस मुठभेड़ की जांच कराई जाएगी, लेकिन पार्टी ने ऐसा नहीं किया।
एनकाउंटर में मारे गए मुस्लिम बच्चों को मिले शहीद का दर्जा
उन्होंने मुठभेड़ में मारे गए युवकों को शहीद का दर्जा देने की मांग करते हुए कहा कि कांग्रेस को पुलिस के मनोबल की फिक्र थी, मुसलमानों के मनोबल की नहीं। न्यूज एजेंसी एएनआई की ओर से जारी वीडियो में तौकीर रजा कहते हैं, ”यह बात सही है कि हम हमेशा कांग्रेस के खिलाफ रहे। हमने कांग्रेस को भी बहुत करीब से देखा।
2009 में जब मैं कांग्रेस के साथ था और उसे जितवाया था, तो मैंने मंच से कहा था कि कांग्रेस यह ना सोचे कि उनको माफ कर दिया गया है। अभी मुसलमानों ने आपको अभी पैरोल पर छोड़ा है, अगर आपका काम आगे ठीक रहेगा तो आगे आपके बारे में सोचा जाएगा।” ”लेकिन उन्होंने सोचा कि मेरी सरकार बन गई।उन्होंने मुझसे कहा था कि सरकार बनने के बाद हमारा पहला काम होगा कि हम बाटला हाउस एनकाउंटर की जांच कराएंगे।
मैंने कांग्रेस को करीब से देखा- तौकीर रजा खां
अगर एनकाउंटर की जांच हो गई होती तो दुनिया को पता चल जाता कि जो मारे गए वे आतंकवादी नहीं थे, उन्हें शहीद का दर्जा मिलना चाहिए। जो इंस्पेक्टर शर्मा मारे गए, उनका कत्ल हुआ, उन्हें उनकी पुलिस ने मारा था। उन्होंने कहा कि इसकी जांच नहीं करवाई गई… उनका कहना था कि इससे पुलिसवालों का मनोबल कमजोर होगा। उन्हें पुलिस के मनोबल की ज्यादा परवाह होगी। 20 करोड़ मुसलमानों के मनोबल की परवाह नहीं थी। हमारे बच्चों को आतंकवादी कहकर मार डाला गया।
मेरी शिकायतें कांग्रेस से हमेशा रही।” तौकीर रजा ने एक बार फिर कांग्रेस से जुड़ने की वजह बताते हुए कहा, ”मैंने कांग्रेस को करीब से देखा। मैंने महसूस किया कि कांग्रेस को चारों तरफ से आरएसएस के लोगों ने घेरा हुआ है। मैंने हमेशा कांग्रेस की मुखालफत की है और करता रहूंगा। अब जब मैंने प्रियंका गांधी से मुलाकात की तो मैंने महसूस किया कि इस समय देश में ये दो भाई-बहन हैं जो सच्चे सेक्युलर हैं, लोकतंत्र में यकीन रखते हैं। बाकी सब ढोंग करते हैं।”
देशव्यापी लॉकडाउन हुआ फेल पीएम मोदी करेंगे मन की बात