पटना || बिहार में विधानसभा चुनाव के मद्दे नज़र आरोप प्रत्यारोप की राजनीति शुरू हो चुकी है। जहाँ बिहार के मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आरजेडी के रोजगार देने के वायदे पर चुटकी ली वहीं नेता प्रतिपक्ष और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि बिहार में लोग डबल इंजन सरकार से नाराज हैं। नीतीश कुमार ने कोई काम नहीं किया है। वो बिहार में एक कारखाना तक नहीं लगवा सके। नीतीश कुमार पूरी तरह से थक चुके हैं। उनसे बिहार संभल नहीं रहा है।
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बिहार में आरजेडी के कार्यकाल के दौरान अपराध पर पर तेजस्वी यादव ने कहा कि बेरोजगारी और पलायन से बड़ा कोई आतंक नहीं है। उन्होंने जंगलराज के सवाल पर कहा कि ऐसे सवाल आएंगे, क्योंकि यह उस समय प्रोपेगैंडा खड़ा किया गया था। एक ऐसा माहौल बनाया गया जिसमें हमारे कार्यकाल को जंगलराज कहकर प्रचारित किया गया। आप बताएं, मुजफ्फपुर बालिका गृह कांड किसके कार्यकाल में हुआ और उसकी लड़ाई किसने लड़ी। उन बच्चियों को इंसाफ दिलाने के लिए किसने लड़ाई। चाहे वो जंतर मंतर हो या सुप्रीम कोर्ट में जाना हो। यह लड़ाई किसने लड़ी?
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तेजस्वी यादव ने कहा कि वह 2018 में डिप्टी सीएम थे, उस समय बिहार में क्या माहौल था? जब बिहार में वह डिप्टी सीएम थे उस समय का NCRB के आंकड़े उठा कर देख लीजिए और उनके बाद का आंकड़ा देख लीजिए पता चल जाएगा। तेजस्वी यादव ने कहा कि NCRB का आंकड़ा कहता है कि बिहार में जदयू और बीजेपी के कार्यकाल में क्राइम रेट बढ़ा है। उन्होनें नीतीश कुमार को स्पष्ट जवाब देते हुए कहा कि नौकरी पर हमने झूठा वादा नहीं किया है। अगर केवल वादा करना होता तो करोड़ों का वादा करते। तेजस्वी यादव ने कहा कि नौकरी देने के लिए इच्छाशक्ति होनी चाहिए। बिहार में करीब 4.5 लाख सरकारी पद खाली हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में बेरोजगारी दर सबसे ज्यादा है।