आज की पोस्ट में आप पाएंगे कॉलेज दुनिया का बड़ा अलर्ट। जी हां अगर आप भी दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला लेने की सोच रहे हैं तो यह खबर आपके लिए काम की हो सकती है क्योंकि दिल्ली विश्वविद्यालय ने शैक्षणिक सत्र 2022-23 में बड़ा बदलाव किया है। दरअसल ग्रेजुएशन में दाखिला लेने के लिए आपको अब आपको प्रवेश परीक्षा यानी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट देना होगा। ग्रेजुएशन में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा को बीते सप्ताह एकेडमिक काउंसिल ने मंजूरी दी थी जिसके बाद अब इसको कार्यकारी परिषद यानी ईसी ने भी मंजूरी दे दी है। अब अगले साल से ही यानी 2022 सत्र के लिए ग्रेजुएशन कोर्सेज़ के सभी दाखिले कॉमन एंट्रेंस टेस्ट के जरिए होंगे।
नंबरों को नहीं मिलेगा वेटेज, बच्चों के मिलेगी बड़ी राहत
यहां गौर करने वाली बात यह भी है कि कॉमन एंट्रेंस टेस्ट में 12वीं के नंबरों को वेटेज नहीं दिया जाएगा। प्रवेश परीक्षा के नंबरों के आधार पर ही कॉलेज में दाखिला मिलेगा। यह कॉमन एंट्रेंस टेस्ट डीयू के सभी कोर्सेज पर लागू होगा। दिल्ली यूनिवर्सिटी से किसी भी कोर्स को करने के लिए प्रवेश परीक्षा देनी होगी। इस मामले में ईसी के सदस्य वीसी नेगी ने बताया कि परिषद की बैठक में पहले तो कुछ सदस्यों ने इसका विरोध भी किया लेकिन बाद में सभी की मंजूरी के साथ ही यह पास हो गया। इसके अलावा 12वीं में अच्छे से अच्छे नंबर का बोझ बच्चों कहीं हद तक कम होगा।
इस वजह से किया गया
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि दरअसल देश में अलग-अलग राज्यों में मार्किंग का अलग-अलग पैटर्न है। इस वजह से किसी राज्य में टॉपर के 99% आ जाते हैं। वहीं किसी दूसरे राज्य में किसी टॉपर के 80% आते हैं। इससे डीयू के एडमिशन में उन बच्चों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि इन तमाम मुद्दों को ध्यान में रखकर ईसी ने इस प्रस्ताव को पास किया है जिससे देश के सभी बच्चों के लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी में दाखिला एक समान हो। उन्होंने यह भी कहा कि फिलहाल इस संबंध में विस्तृत प्रारूप तैयार किया जाएगा और फिर तय किया जाएगा कि कैसे यह प्रवेश परीक्षाएं ली जाएंगी। उन्होंने यह भी बताया की बैठक में बीटेक के तीन नए कोर्स को भी मंजूरी मिल गई है। वे कोर्सेज हैं कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्युनिकेशन।