भारत में रमजान की 25 अप्रैल से शुरू हुई है। रमजान की बात की जाए तो रमजान पूरे एक महीना का रखा जाता है। और रमजान के रोजे के दौरान लोगों को सुबह 4 बजे से शाम के 7 बजे तक कुछ नहीं खा और पी सकते हैं। और सिर्फ खाना पीना ही बंद नहीं होता है। बुरे काम से लेकर बुरे सोच को भी खत्म करना होता है। जिससे रोजेदार का रोजा होता है। रमजान के ठीक एक महिने बाद मीठी ईद आती है।
आपको बता दें कि रोजे में इफ्तार और सहरी के बीच के समय में ही खान-पान किया जाता है। इफ्तार से लेकर सेहरी तक ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की सलाह दी जाती है। डॉक्टरों का कहना है कि रोजे के दौरान नींद पूरी न लेने से आप बीमार भी हो सकते हैं। रोजे के समय डॉक्टर खान पान की चीजों पर विशेष ध्यान देने की सलाह देते हैं. इस दौरान गैरजरूरी चीजों को खाने से बचना चाहिए.
रमजान में कैसा होना चाहिए खान-पान | Foods Ideas for Ramadan
- रोजे के दौरान तली हुई चीजों को खाने से बचने की सलाह दी जाती है।
- सहरी के समय अंडा, आटे की रोटी या परांठा, ताजे फल आदि खाने से सेहत ठीक रहती है।
ध्यान रहे सहरी के समय ज्यादा कॉफी या सोडा नहीं पीना चाहिए।
- सहरी में बिरयानी, कबाब, पिज्जा, और फास्ट फूड्स नहीं खाने चाहिए. ये आपकी सेहत पर बुरा असर डाल सकते हैं.
- रोजे में इफ्तार के दौरान खजूर खाना चाहिए। खजूर सेहत के लिए फायदेमंद होता है। खजूर में आयरन होता है, जिससे शरीर को ऊर्जा मिलती है।
इफ्तार के समय तला हुआ खाना शरीर के लिए हानिकारक होता है। इफ्तार में तला हुआ खाना खाने से बचना चाहिए।
अगर रमजान के वक्त अपच की समस्या आती है तो इसे पचाने के लिए फाइबरयुक्त चीजें खानी चाहिए.
इफ्तार के समय खाने खाते समय कम से कम पानी पीना चाहिए, क्योंकि ज्यादा पानी पीने खाना पचता नहीं है। जो शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है।
रमजान के महीने में ज्यादा से ज्यादा प्रोटीन खाना चाहिए। अधिक मात्रा में प्रोटीन खाने से कम भूख लगती है।
- दिनभर रोजा रखने के बाद शाम को रोजेदार खजूर खाकर रोजा तोड़ते हैं।
-रोजा तोड़ने के बाद प्यास से राहत देने के लिए बर्फ के साथ नीबू पानी और फिर तरबूज व खरबूजा जरूर खाते हैं, क्योंकि इसके खाने से काफी देर तक प्यास से राहत मिलती है।