स्लाइड करें
लाखों जद्दोजहद के बावजूद भी पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का कहर जारी है। कोरोना वायरस से पूरी दुनिया में संक्रमितों की संख्या सवा दो करोड़ पहुंचने वाली है। यूरोप के कई देशों में इसकी रफ्तार कम होने के दावे किए जा रहे हैं। लेकिन अमेरिका और ब्राजील जैसे देशों में अभी भी कोरोना पॉजीटिव मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा है। अमेरिका और ब्राजील के बाद इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर भारत है। कोरोना वायरस महामारी को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक अहम जानकारी शेयर की है।
यह भी पढ़े- हार्ट अटैक से किस तरह अलग होता है कार्डियक अरेस्ट
कोरोना वायरस से पूरी दुनिया में संक्रमितों की संख्या सवा दो करोड़ पहुंचने वाली है. यूरोप के कई देशों में इसकी रफ्तार कम होने के दावे किए जा रहे हैं। लेकिन अमेरिका और ब्राजील जैसे देशों में अभी भी कोरोना पॉजीटिव मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा है। अमेरिका और ब्राजील के बाद इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर भारत है। कोरोना वायरस महामारी को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक अहम जानकारी शेयर की है। WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) ने कहा है कि 20 साल से 50 साल के आयु वर्ग के लोगों ने इस जानलेवा वायरस को सबसे ज्यादा फैलाने का काम किया है।
पश्चिमी प्रशांत के देशों में कोरोना वायरस की त्रासदी के बारे में मंगलवार को WHO के रीजनल डायरेक्टर डॉ. तकेशी कासाई ने कहा, ’20, 30 और 40 साल के आयु वर्ग के लोगों द्वारा कोरोना वायरस काफी तेजी से फैल रहा है। इनमें से ज्यादातर लोगों को ये मालूम ही नहीं है कि वे कोरोना से संक्रमित हैं।’ डॉ. तकेशी कासाई ने कहा, ’20 से 50 साल के आयु वर्ग के लोगों द्वारा फैलाया जा रहा ये वायरस कई लोगों के लिए बेहद खतरनाक साबित हो रहा है। बुजुर्ग, लंबे समय से बीमार, भीड़भाड़ में रहने वाले लोग और अंडर-रिजर्व्ड एरिया में रहने वाले लोगों के लिए यह वायरस बड़ी मुसीबत खड़ी कर सकता है।’
यह भी पढ़े- अगर परिवार में है कोई कोरोना मरीज तो रखें ये ख्याल.. देखें यहां
WHO एक्सपर्ट ने बताया कि ऑस्ट्रेलिया, फिलिपींस और जापान जैसे देशों में 50 साल से कम उम्र के संक्रमित लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इन लोगों में वायरस के या तो बहुत कम लक्षण देखने को मिले हैं या कोई लक्षण नहीं मिल रहा है। यही कारण है कि लोग जाने-अनजाने इसे एक-दूसरे तक फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कि पश्चिमी प्रशांत के देशों में करोड़ों लोग इस महामारी के नए चरण में प्रवेश कर चुके हैं। एक ऐसा चरण जहां सरकारों को कोरोना के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए स्थायी तरीकों के बारे मे सोचना होगा। सरकार को हेल्थ केयर सिस्टम में सुधार और लोगों में सेहत से जुड़ी अच्छी आदतों के लिए लगातार प्रयास करने होंगे।
बता दें कि कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए दुनियाभर के देशों ने अपने यहां लॉकडाउन लागू किया था। लेकिन अर्थव्यवस्था के लड़खड़ाते ही सरकार ने लॉकडाउन खत्म करने या नियमों में ढील देने का फैसला किया। लोगों के घरों से बाहर निकलने पर लगी पाबंदी को हटाया गया और कई सार्वजनिक स्थलों को फिर से खोला गया। हालांकि, WHO ने सभी देशों की सरकार से आग्रह किया था कि वे घर से बाहर जाने वाले लोगों के लिए मास्क पहनने और नियमित रूप से हाथ धोने जैसी बातों को गंभीरत से लेने का आग्रह किया। लोगों को समूह में इकट्ठा ना होने की सलाह भी दी गई थी।